Wednesday, August 10, 2016

रहम करो बाबा रहम!

हे बाबा! रहम करो रहम। वइसहीं बाबा लोगन पर भरोसा उठ सा गया है। थोड़ा बहुत स्वस्थ होने के चक्कर में योग के जरिए आप पर जम गया। अब आप पतंजलि उत्पाद बेचने के चक्कर में सब कंपनी को चोर साबित करने पर तुले हो। दरअसल आपने टीवी चैनलों, अखबारों में चौड़े से 10 हजार का लक्ष्य तय कर लिया। अब मार्केटिंग वाले लड़के-लड़कियों की तरह दूसरे के सामान को खराब प्रोडक्ट और अपने वाले को बढ़िया उत्पाद बता रहे हैं। अंग्रेजों भारत छोड़ो टाइप का आंदोलन खड़ा कर दे रहे हो। बाबा जी रेडियो पर सुन रहे थे तो हंसी आई। अब टीवी पर देखा तो बहुत जोर गुस्साए रहे हैं। सुन लो, समझ लो। नै तो बाबा जी बस इत्ता बताए दे रहे हैं। भारत में लोगों की बजार सेंसेक्स से तेज चढ़ती है, तो उतरती भी है। बाबा जी समझ रहे हो ना। रहम कर दो बाबा जी ई वाला विज्ञापन वापस ले लो। क्योंकि, हम तो चड्ढी से लेकर कार तक सब विदेशी कंपनी की पहन/इस्तेमाल कर रहे हैं। कर तो आप भी रहे होगे बाबा जी। बताते नहीं होगे। अपनी दुकान के चक्कर में देशी और स्वदेशी टाइप का गाल बजावन बंद करो। बंद करो बाबा, बंद करो। वरना अपना तो बुरा करोगे ही, देश की जनता का भी बुरा करोगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी मेक इन इंडिया का भी। 

No comments:

Post a Comment

हिन्दू मंदिर, परंपराएं और महिलाएं निशाने पर क्यों

हर्ष वर्धन त्रिपाठी Harsh Vardhan Tripathi अभी सकट चौथ बीता। आस्थावान हिन्दू स्त्रियाँ अपनी संतानों के दीर्घायु होने के लिए निर्जला व्रत रखत...